नैतिक शिक्षा कक्षा-10 | Naitik Shiksha Book PDF For HBSE
नैतिक शिक्षा | Naitik Shiksha PDF Summary
नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप नैतिक शिक्षा PDF / Naitik Shiksha PDF प्राप्त कर सकते हैं। नैतिक शिक्षा ने केवल भारतीय शिक्षा पद्धिति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है बल्कि वैश्विक शिक्षा में भी बहुत अहम् भूमिका निभाती है। आज ऐसी शिक्षा की आवश्कता है, जो पूरे समाज और देश में नैतिकता उत्पन्न कर सके।
यह नैतिकता नैतिक शिक्षा के द्वारा ही उत्पन्न की जा सकती है। इसका अर्थ होता है ऐसा व्यवहार, जिसके अनुसार अथवा जिसका अनुकरण करने से सबकी रक्षा हो सके । अतः हम कह सकते हैं कि नैतिकता वह गुन है, और नैतिक शिक्षा वह शिक्षा है, जो कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति सम्पूर्ण समाज तथा देश का हित कर करती है।
नैतिक शिक्षा की आवश्यकता
चरित्र का निर्माण – मनुष्य के भाग्य का निर्माण उसका चरित्र करता है। चरित्र ही उसके जीवन में उत्थान और पतन, सफलता और विफलता का सूचक है। अतः बालक को सफल व्यक्ति, उत्तम नागरिक और समाज का उपयोगी सदस्य बनाना चाहते हैं तो उसके चरित्र का निर्माण किया जाना परम आवश्यक है। यह तभी सम्भव है, जब उसके लिए धार्मिक और नैतिक शिक्षा की व्यवस्था की जाये।
उचित मूल्यों का समावेश – पाश्चात्य देशों के समाजों में धार्मिक और नैतिक शिक्षा के अभाव के कारण अनेक गंभीर दोष उत्पन्न हो गए हैं। अतः वहां के अनेक महान विचारकों की यह धारणा बन गई है कि धार्मिक और नैतिक शिक्षा के द्वारा छात्रों में उचित मूल्यों का समावेश किया जाना अनिवार्य है। क्योंकि भारतीय समाज में भी पाश्चात्य समाजों के कतिपय दोष दृष्टिगोचर होने लगे हैं, अतः उनका उन्मूलन करने के लिए पाश्चात्य विचारकों की धारणा के अनुसार यहाँ भी कार्य किया जाना आवश्यक है।
अनंत मूल्यों की प्राप्ति – सत्यम, शिवम और सुंदरम अनंत मूल्य समझे जाते हैं। ये सबसे अधिक मूल्यवान वस्तुएँ हैं जो स्वतः अपना अस्तित्व रखती है और हमारे आदर एवं निष्ठा की पात्र हैं। हम केवल धर्म और नैतिकता के माध्यम से ही इन मूल्यों को खोजकर और प्राप्त करके अपने जीवन को पूर्ण बना सकते हैं।
पाठ्यक्रम-
1.वर दे. वीणावादिनि कर दे।
2. स्वास्थ्य और योग
3. मीठी वाणी
4. प्रेरक प्रसंग
5. कर्मयोग की साधना
6. खूब लड़ी मर्दानी
7. बर्डमैन ऑफ इण्डिया सालिम अली
8. भारतीय नारी
9. ईसा मसीह की शिक्षाएँ
10. भारतरत्न मदनमोहन मालवीय
11. नीतिपद
12. दुनिया में नेकी और बदी नज़ीर अकबराबादी)
13. राष्ट्रीयता का विकास
14. मानवता की राह
15, महात्मा बुद्ध बोध कथाएँ
16 संकट में बुद्धिमानी
17. नियम-अनुशासन सम्यजीवन का आध